Kavi Devchand
कवि देवचंद
कवि देवचंद ने गुंदिज्ज नगर के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में बैठकर पासणाह चरिउ की रचना की है।
गुंदिज्ज नगर दक्षिण भारत में किसी नगर का नाम है। कवि देवचंद का समय 12 वीं शताब्दी के अंत का माना गया है। महाकवि देवचंद की एक मात्र रचना पासणाह चरिउ उपलब्ध है। इस ग्रंथ में भगवान पार्श्वनाथ के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है। साथ ही चार प्रकार के बंध, तीर्थंकर स्तुति, वैराग्य, दसलक्षण धर्म आदि की सुंदर चर्चा की है। इस ग्रंथ में अनेक प्रकार के छंदों नव रसों का प्रयोग किया गया है।