Kavi Damodar
महाकवि दामोदर
मेउत्तय वंश में जन्मे महाकवि दामोदर के पिता का नाम मल्ह था। और वे भी कवि के रूप में ख्यात थे। दामोदर कवि मालवा प्रांत के रहने वाले थे। कवि दामोदर का समय तेरहवीं शताब्दी है। दामोदर कवि ने णेमिणाह चरिउ नाम के ग्रंथ की रचना की है। यह रचना परमार वंशी राजा देवपाल के राज्य में संपन्न हुई। इस ग्रंथ में भगवान नेमिनाथ के चरित्र का वर्णन है। इसमें पांच संधियां हैं।